प्राचार्य की कलम से |
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उच्च शिक्षा के विस्तार की एक कड़ी के रूप में स्थापित शिवाजी विद्यापीठ स्नातकोत्तर महाविद्यालय लहरपुर जनपद-सीतापुर के परिवार का सदस्य बनने पर हम महाविद्यालय के प्रबन्ध तंत्र को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं।
सन 2001 में नव स्थाापित इस महाविद्यालय के प्राचार्य पद का दायित्व ग्रहण करते हुये मुझे अत्यन्त हर्ष एवं गर्व की अनूभूति हो रही है। निःसंदेह मेरे लिये यह उत्तरदायित्व अत्यन्त चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि मुझे ऐसे क्षेत्र में कार्य करने का सौभाग्य मिला है जहाँ वास्तव में शिक्षा की दशा एवं दिशा दोनों में सुधार की आवश्यकता है। यद्यपि विगत वर्षो में देश व प्रदेश स्तर पर उच्च शिक्षा के विस्तार में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है किन्तु यह अधिकांश नगरीय एवं उपनगरीय क्षेत्रों तक ही सीमित रही है। प्रदेश में कई ऐसे ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्र है जहाँ उच्च शिक्षा के प्रचार-प्रसार की अभी आवश्यकता है इस दिशा में इन्द्रेश वर्मा विद्यापीठ संस्थान लहरपुर जनपद सीतापुर द्वारा एक महाविद्यालय स्थापित करने का कार्य अत्यन्त सराहनापूर्ण एवं प्रेरणास्पद है जिसने विषम परिस्थतियों से युक्त ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा के प्रचार व प्रसार का भागीरथ प्रयास किया है। इस महाविद्यालय के प्राचार्य के रूप में मै स्वयं भी हर तरह से मन वचन कर्म से महाविद्यालय के प्रति समर्पित रहूँगी। मेरा यह प्रयास होगा कि महाविद्यालय परिवार में कार्यरत प्रत्येक सदस्य को तथा प्रबन्ध समिति इन्द्रेश वर्मा विद्यापीठ संस्थान लहरपुर, जनपद-सीतापुर के पदाधिकारियों को उचित मान सम्मान प्राप्त हो। विद्यालय के विभिन्न घटकों-शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मियो एवं विद्यालय को पोषित करने वाली प्रबंध समिति सबके मध्य आपस में परस्पर सहयोग एवं समन्वय हो तथा सबकी योग्यता दक्षता एवं ऊर्जा का समुचित उपयोग महाविद्यालय की प्रगति के लिये किया जा सके।
पुड़िया खा रहे हैं, आप नहीं समझते हैं कि पुड़िया आपको खा रही है। यूँ ही हमेशा ऐसे ही आप जवान नंही रहेंगे, आपने अपने बड़ो पर नजर डालकर क्या विचार किया है कि कभी इस उमर से आपको भी गुजरना पड़ेगा, आप के बड़े लोग इस उमर में तो अच्छे दिखते भी हैं परन्तु आप पुड़िया, सिगरेट, गांजा आदि का सेवन करते हैं आपके मुँह से गन्दी नाली जैसा कचरा निकलता है। आपको कैंसर हो सकता है। दाँत गन्दे होकर गिर जायेगें, उम्र से पहले बूढ़े हो जायेगे आपकी ही पत्नी व बच्चे आपको छूना तो दूर देखना तक पसन्द नहीं करेंगे। विचार कीजिये क्या यह कटु सत्य नहीं है। पुड़िया, सिगरेट, शराब पीना आप बन्द कर दें और अपने मित्र साथियों को भी यह संदेश दें कि वह भी इन चीजों का सेवन न करें जो उनके भविष्य के लिये अति सुन्दर रहेगा।
अतः मैं पुनः महाविद्यालय परिवार से जुड़े समस्त जनों विशेषकर आप विद्यार्थियों को साधुवाद एवं हार्दिक शुभकामनाएं ज्ञापित करती हूँ कि सभी की सम्मिलित ऊर्जा एवं श्रम से सिंचित एवं पोषित शिवाजी विद्यापीठ स्नातकोत्तर महाविद्यालय लहरपुर जनपद सीतापुर भविष्य में एक गौरवमयी कीर्तिमान स्थापित कर सकेगा। इस कार्य के लिए ईश्वर हमें सदमार्ग व प्रेरणा प्रदान करते रहें।
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डा॰ सरोज तिवारी
प्राचार्य
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